महाराष्ट्र में अजित पवार बने डिप्टी सीएम, आदित्य ठाकरे ने भी ली मंत्री पद की शपथ
जानकारी के मुताबिक एनसीपी की ओर अजित पवार के लिए गृहमंत्रालय की मांग की जा रही थी लेकिन शिवसेना की ओर से उन्हें वित्त मंत्रालय का प्रस्ताव दिया गया था. अजित पवार के मंत्रालय को लेकर देर रात तक चर्चा हुई.
ওয়েব ডেস্ক, এবিপি আনন্দ
Last Updated:
30 Dec 2019 02:34 PM
शिवसेना के कोटे से कौन कौन बना मंत्री: आदित्य ठाकरे, अनिल परब, प्रताप सरनाईक, रविंद्र वायकर, सुनील राऊत, उदय सामंत, भास्कर जाधव या वैभव नाईक, आशीष जैस्वाल या संजय रायमुलकर, बच्चू कडू, संजय राठोड शंभुराजे देसाई, प्रकाश अबिटकर, संजय शिरसाट, अब्दुल सत्तार, तानाजी सावंत, गुलाबराव पाटील, दादा भुसे, सुहास कांदे.
एनसीपी के कोटे से कौन कौन बना मंत्री: अजित पवार, धनंजय मुंडे, जयंत पाटील, छगन भुजबल, जीतेंद्र अव्हाड, नवाब मलिक, दिलीप वलसे पाटील, हसन मुश्रीफ, बालासाहेब पाटील, दत्ता भरणे, अनिल देशमुख, राजेश टोपे और डॉ. राजेंद्र शिंगणे.
कांग्रेस से किस किस ने ली मंत्री पद की शपथ: अशोक चव्हाण, केसी पडवी, विजय वडेट्टिवर, अमित देशमुख, सुनील केदार, यशोमती ठाकुर, वर्षा गायकवाड़, असलम शेख, सतेज पाटिल और विश्वजीत कदम.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली. मुंबई की वर्ली सीट से पहली बार विधायक बने हैं. चुनाव लड़ने वाले ठाकरे परिवार के पहले सदस्य हैं. शिवसेना की युवा विंग के अध्यक्ष भी हैं.
महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार के वक्त शपथ ग्रहण के दौरान विवाद हुआ. राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी शपथ दिलाते हुए नाराज हुए, राज्यपाल ने कांग्रेस विधायक केसी पडवी से कहा- जो लिखा है वही पढ़ें, राज्यपाल ने दोबारा शपथ लेने को कहा. केसी पड़वी ने शपथ में कुछ लाइनें अपनी तरफ से जोड़ीं थीं.
महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार के वक्त शपथ ग्रहण के दौरान विवाद हुआ. राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी शपथ दिलाते हुए नाराज हुए, राज्यपाल ने कांग्रेस विधायक केसी पडवी से कहा- जो लिखा है वही पढ़ें, राज्यपाल ने दोबारा शपथ लेने को कहा. केसी पड़वी ने शपथ में कुछ लाइनें अपनी तरफ से जोड़ीं थीं.
एनसीपी विधायक राजेंद्र शिंगणे ने ली कैबिनेट मंत्री पद की शपथ, शिंगणे अजित पवार के करीबी माने जाते हैं. पिछली कांग्रेस और एनसीपी सरकार में मंत्री थे. एनसीपी विधायक नवाब मलिक ने भी मंत्री पद की शपथ ली, नवाब मलिक पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं और मुंबई एनसीपी के अध्यक्ष हैं.
एनसीपी के अनिल देशमुख के बाद हसन मुश्रीफ ने ली शपथ. एनसीपी के दिग्गज नेता हैं, शरद पवार के करीबी हैं. एनसीपी सरकार में अलग-अलग 16 विभागों के मंत्री थे. कांग्रेस विधायक वर्षा गायकवाड़ ने ली कैबिनेट मंत्री पद की शपथ, 2010 से 2014 तक महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रहीं. पिता एकनाथ गायकवाड़ कांग्रेस सांसद रह चुके हैं.
कांग्रेस विधायक विजय वडेट्टीवार ने ली मंत्री पद की शपथ, ब्रह्मपुरी विधानसभा सीट से विधायक हैं. एनसीपी नेता अनिल देशमुख ने ली मंत्री पद की शपथ, 69 साल के अनिल देशमुख नागपुर के कटोल से विधायक हैं.
एनसीपी नेता धनंजय मुंडे ने ली मंत्री पद की शपथ, बीजेपी से हुई थी राजनीति की शुरुआत. बीजेपी नेता पंकजा मुंडे के चचरे भाई हैं, इस चुनाव में पंकजा मुंडे को ही हराया. कांग्रेस विधायक विजय वडेट्टीवार ने ली मंत्री पद की शपथ, ब्रह्मपुरी विधानसभा सीट से विधायक हैं.
एनसीपी नेता दिलीप वलसे पाटिल ने ली कैबिनेट मंत्री पद की शपथ, विधानसभा स्पीकर रहे चुके हैं, महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा नाम और शरद पवार के करीबी हैं.
अजित पवार के बाद अशोक चव्हाण ने ली कैबिनेट मंत्री पद की शपथ. कांग्रेस के दिग्गज नेता हैं, 2008-10 तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे, चार बार के विधायक और दो बार सांसद हैं.
एनसीपी नेता अजित पवार ने ली डिप्टी सीएम पद की शपथ, बारामती से लगातार सातवीं बार विधायक चुने गए हैं अजित पवार. एनसीपी प्रमुख शरद पवार के भतीजे हैं.
कैबिनेट विस्तार के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, उनके भतीजे और डिप्टी सीएम पद की शपथ लेने जा रहे अजित पवार पहुंच गए हैं. आदित्य ठाकरे भी मौजूद हैं. बता दें कि बीजेपी ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार किया है.
शरद पवार के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में एनसीपी का दूसरा बड़ा नाम अजित पवार ही हैं. अजित पवार की प्रशासन में भी अच्छी पकड़ मानी जाती है. सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी उन्हें अपने मंत्रिमंडल में चाहते थे. अजित पवार को लेकर एक और रोचक जानकारी सामने आयी है. अजित पवार ने जब नए मंत्रिमंडल के लिए अपना जो बायोडाटा दिया उसमें देवेंद्र फडणवीस के साथ तीन दिन के डिप्टी सीएम के कार्यकाल का भी जिक्र किया है.
जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र में कुल 36 मंत्री शपथ लेंगे, इनमें 25 कैबिनेट मंत्री, 10 राज्य मंत्री और एक डिप्टी सीएम शामिल हैं. कांग्रेस के अशोक चव्हाण को भी कैबिनेट मंत्रिमंडल में जगह दी गई है. अजित पवार को लेकर महाराष्ट्र के जानकारों का कहना है कि शरद पवार के पास इसके सिवाए कोई और विकल्प नहीं था.
প্রেক্ষাপট
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे मंत्रिमंडल का विस्तार होने वाला है. विस्तार की बड़ी खबर है कि अजित पवार डिप्टी सीएम बनने जा रहे और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे और पहली बार विधायक बने आदित्य ठाकरे कैबिनेट मंत्री. अजित पवार डिप्टी CM बनेंगे यानी चाचा शरद पवार ने भतीजे अजित पवार को माफ कर दिया. ये वही अजित पवार हैं जिन्होंने पार्टी से बगावत करके बीजेपी के साथ सरकार बनाई थी लेकिन शरद पवार ने पहले पार्टी को संभाला और फिर घर की कलह को भी खत्म कर दिया.
दरअसल जानकारी के मुताबिक एनसीपी की ओर अजित पवार के लिए गृहमंत्रालय की मांग की जा रही थी लेकिन शिवसेना की ओर से उन्हें वित्त मंत्रालय का प्रस्ताव दिया गया था. अजित पवार के मंत्रालय को लेकर देर रात तक चर्चा हुई. माना जा रहा है कि उन्हें वित्त मंत्रालय सौंपा जा सकता है. संभावित मंत्रियों की लिस्ट भले ही सामने आ गई हो लेकिन मंत्रालयों को लेकर अभी भी सस्पेंस बरकरार है.
शिवसेना की ओर से अब्दुल सत्तार का नाम भी लिस्ट में शामिल किया गया है, अब्दुल सत्तार चुनाव से पहले ही शिवसेना में शामिल हुए थे. ऐसे में कैबिनेट मंत्री का पद मिलना उनके लिए किसी लॉटरी से कम नहीं माना जा रहा है. उद्धव ठाकरे के इस मंत्रिमंडल विस्तार में कुल आठ नए मंत्रियों को जगह दी गई जा रही है.