LIVE Updates: पीएम मोदी का ममता बनर्जी पर बड़ा हमला, कहा- दीदी तो कोलकाता से सीधे UN पहुंच गईं
चुनावों में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए जहां आप के अरविंद केजरीवाल ने मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी जैसी योजनाओं की झड़ी लगा दी है. वहीं केंद्र सरकार ने भी दिल्ली में अनाधिकृत कॉलोनियों को नियमित करने का फैसला कैबिनेट के जरिए किया था.
ওয়েব ডেস্ক, এবিপি আনন্দ
Last Updated:
22 Dec 2019 03:15 PM
पीएम मोदी ने कहा कि आज जो पार्टियां यहां शोर मचा रही हैं, वो 2004 में कहां थीं जब वहां की सरकार ने कहा कि राज्य से बाहर के निवासी से शादी करने पर जम्मू-कश्मीर की बेटियों की वहां की नागरिकता खत्म हो जाएगी. क्या वो भेदभाव भारत के संविधान की स्पिरिट के अनुसार था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलीला मैदान में कहा कि कांग्रेस और उसके साथी, शहरों में रहने वाले कुछ पढ़े लिखे नक्सली -अर्बन नक्सल, ये अफवाह फैला रहे हैं कि सारे मुसलमानों को डिटेंशन सेंटर में भेज दिया जाएगा. कुछ तो अपनी शिक्षा की कद्र करिए. एक बार पढ़ तो लीजिए नागरिकता संशोधन एक्ट है क्या?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलीला मैदान में कहा कि कुछ साल पहले तक यही ममता दीदी संसद में खड़े होकर गुहार लगा रहीं थीं कि बांग्लादेश से आने वाले घुसपैठियों को रोका जाए, वहां से आए पीड़ित शरणार्थियों की मदद की जाए. संसद में स्पीकर के सामने कागज फेंकती थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दीदी( ममता बनर्जी), अब आपको क्या हो गया ? आप क्यों बदल गयी? अब आप क्यों अफवाह फैला रही हों ? चुनाव आते हैं, जाते हैं, सत्ता मिलती है चली जाती है, मगर आप इतना क्यों डरी हो. बंगाल की जनता पर भरोसा करो, बंगाल के नागरिकों को आपने दुश्मन क्यों मान लिया है?
प्रधानमंत्री ने कहा- घुसपैठिया कभी बाहर नहीं आता और शरणार्थी कभी अपनी पहचान छिपाता नहीं है. रिफ्यूजी का जीवन क्या होता है, बिना कसूर के अपने घरों से निकाल देने का दर्द क्या होता है, ये दिल्ली से बेहतर कौन समझ सकता है। यहां का कोई कोना ऐसा नहीं है, जहां बंटवारे के बाद किसी ऱिफ्यूजी का और बंटवारे से अल्पसंख्यक बने भारतीय का आंसू ना गिरा हो.
प्रधानमंत्री ने कहा- यहां दिल्ली में ही मजनू का टीला में एक शरणार्थी के घर बेटी का जन्म हुआ, उसक परिवार ने अपनी बिटिया का काम नागरिकता रख लिया. मैं हुड़दंग मचाने वालों से पूछता हूं कि अगर इस नागरिकता नाम की बिटिया की तकलीफ कम होती है तो आपको तकलीफ क्यों होती है. जो लोग सताए हुए आ रहे हैं आपको उनसे दुश्मनी क्या है? वहां से आकर लोग अपनी परेशानी और तकलीफ बताता है. कोई भी शरणार्थी अगर हिंदुस्तान में पहुंच जाता है तो सबसे पहले सरकारी दफ्तर में जाता है और हाथ जोड़ कर कहता है कि मुझे आपकी मदद है. यह लोग छुपाते नहीं है लेकिन जो घुसपैठिया है वो छिपकर रहता है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- कुछ दलित नेता भी इसमें शामिल हो गए हैं लेकिन उन्हें शायद नहीं पता कि पाकिस्तान से जो हमारे भाई आए हैं वो दलित भाई बहन ही हैं. ये वो दलित परिवार हैं जिन्हें पाकिस्तान में बंधुआ मजदूर बना कर रखा गया था. पाकिस्तान में अभी भी यह स्थिति है कि अगर कोई दलित चाय पीता है तो उसे चाय के बर्तन का पैसा देना होता है और बर्तन अपने साथ ले जाना पड़ा है. वहां लड़कियों को जबरन अगवा किया जाता है, इसकी रिपोर्ट कई बार छपी हैं. इसी कारण यह लोग भारत आए और देश के अलग अलग हिस्सों में रह रहे हैं. अगर देश के नेताओं अपनी स्वार्थवादी नीति से आगे का दिखता तो हम दुनिया को बता सकते थे कि पाकिस्तान में कैसे अल्पसंख्यकों पर अत्याचार होता. लेकिन इन लोगों ने दुनिया में पाकिस्तान की करतूतों को उजागर करने करने का मौका भी गंवा दिया.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- जो हिंदुस्तान की मिट्टी की मुसलमान हैं, जिनके पुरखे मां भारती की संतान हैं उन पर नागरिकता कानून और एनआरसी दोनों का कुछ भी लेना देना नहीं है. देश के मुसलमानों को किसी भी डिटेंशन सेंटर में नहीं भेजा जा रहा है और ना ही देश में कोई डिटेंशन सेंटर है. कुछ लोग इस कानून को गरीबों का खिलाफ बता रहे हैं. झूठ बोलने से पहले गरीबों पर तो दया करो भाई. एक संसद के सत्र में मोदी गरीबों को घर देने का कानून लाता है तो क्या उसी सत्र में गरीबों का घर छीनने की बात करेगा. यह जो कानून है यह उन लोगों पर लागू होगा वर्षों से भारत में रह रहे हैं. इससे किसी भी नए शर्णार्थी को फायदा नहीं मिलेगा. पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक प्रताड़ना के शिकार लोगों के लिए यह कानून है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- मैं 130 करोड़ देशवासियों को कहना चाहता हूं कि कहीं भी एनआरसी शब्द पर चर्चा नहीं हुई है. सुप्रीम कोर्ट ने जब कहा तब एनआरसी करना पड़ा. कांग्रेस और उसके साथी, शहरों में रहने वाले कुछ पढ़े लिखे नक्सली अफवाह फैला रहे हैं कि सारे मुसलामनों को डिटेंशन सेंटर भेज दिया जाएगा. एक तरफा झूठ फैलाया जा रहा है ? कुछ तो अपनी शिक्षा की कद्र करिए, एक बार पढ़ तो लीजिए. अभी भी जो भ्रम में हैं उन्हें कहूंगा कि कांग्रेस और अर्बन नक्सलियों की ओर से फैलायी गई अफवाहें, झूठ हैं और नापाक इरादों से भरी पड़ी हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा- सिटीजनशिप एमेंडमेंट कानून ये भारत के किसी नागरिक के लिए नहीं है, चाहे वो हिंदू हो या मुसलमान. यह बात संसद में कही गई है. इस कानून का देश के 130 करोड़ लोगों से कोई संबंध नहीं है. एनआरसी को लेकर भी झूठ फैलाया जा रहा है. ये कांग्रेस के जमाने में बना था तब सोए थे क्या. हमने तो बनाया नहीं, संसद में आया नहीं, ना कैबिनेट में आया. ना कोई नियम कायदे बने हैं. जब एक तरफ घर देने का कानून बना है तो क्या दूसरी तरफ आपको निकाल देने का काम करेंगे. एनआरसी का हौव्वा खड़ा किया जा रहा है. कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने चिल्लाया कि कौव्वा कान काटकर ले गया, लोग कौव्वे के पीछे दौड़ पड़े. पहले अपना कान तो देखो.
प्रधानमंत्री ने कहा- पुलिस वालों को अपनी ड्यूटी करते समय हिंसा का शिकार होना पड़ रहा है। जिन पुलिसवालों पर ये लोग पत्थर बरसा रहें हैं, उन्हें जख्मी करके आपको क्या मिलेगा? आज़ादी के बाद 33 हजार से ज्यादा पुलिसवालों ने, शांति के लिए, आपकी सुरक्षा के लिए शहादत दी है.
प्रधानमंत्री ने कहा- मैं इन लोगों को कहना चाहता हूं कि मोदी को देश की जनता ने बैठाया, ये अगर आपको पसंद नहीं है, तो आप मोदी को गाली दो, विरोध करो, मोदी का पुतला जलाओ. लेकिन देश की संपत्ति मत जलाओं, गरीब की रिक्शा मत जलाओं, गरीब की झोपडी मत जलाओ.
प्रधानमंत्री ने कहा- मैं इन लोगों को कहना चाहता हूं कि मोदी को देश की जनता ने बैठाया, ये अगर आपको पसंद नहीं है, तो आप मोदी को गाली दो, विरोध करो, मोदी का पुतला जलाओ. लेकिन देश की संपत्ति मत जलाओं, गरीब की रिक्शा मत जलाओं, गरीब की झोपडी मत जलाओं. आजादी के बाद 33 हजार हमारे पुलिस के भाइयों ने शांति के लिए शहादत दी है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थकेयर स्कीम आज देश में चल रही है. राजनीति स्वार्थ के कारण यहां की सरकार ने आयुषमान भारत योजना दिल्ली में लागू नहीं की. लेकिन जिन राज्यों में योजना को लागू किया वहां 70 लाख लोगों को फायदा हुआ. इस योजना में तो किसी से नहीं पूछा जा रहा कि पहले अपना धर्म बताइए फिर इलाज शुरू होगा. फिर भारत को दुनिया भर में बदनाम करने की साजिश क्यों हो रही है. इन लोगों ने दिल्ली ही नहीं देश के ककई शहरों को अराजकता के दल दल में धकेलने की नापाक कोशिश की है. बच्चों के स्कूलों पर हमले हुए, ट्रेनों पर हमले हुए. भारत के ईमानदार टैक्स पेयर का पैसे और उससे बनी सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- एक एक करके सभी योजनाओं को देखिए, जब उज्जवला योजना के तहत सभी को गैस सिलेंडर दिया तो क्या किसी के धर्म को पूछा था? मैं कांग्रेस से सवाल करता हूं कि आप क्यों झूठ फैला रहे हैं. आगे भी हमारा संकल्प है कि हर गरीब उज्जवला योजना का लआभ पहुंचाएंगे. हमारी सरकार ने 1.5 करोड़ से ज्यादा लोगों के घर बना दिए, हमने ना किसी से जाति पूछी ना धर्म पूछा. हमने सिर्फ गरीब की गरीबी को देखा. फिर क्यों कुछ लोग कागज कागज कहकर मुस्लिमों को भ्रमित कर रहे हैं. इन लोगों को याद रखना चाहिए हमने योजनाएं बनाते समय कागजों की बंदिशें नहीं लगायीं. हमने ये सब बंद करवा दिया, अब योजना का लाभ हर किसी को मिलेगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- अगर भगवान ने थोड़ी सी दी हो तो उसका प्रयोग करो. एक ही सत्र में दो बिल पास हुए, एक बिल में मैं दिल्ली के 40 लाख लोगों को अधिकार दे रहा हूं और ये झूठ फैला रहे हैं कि मैं अधिकार छीनने वाला कानून बना रहे हैं. झूठ फैलाने वालों में चुनौती देता हूं कि मेरे हर काम की जांच कीजिए. कहीं पर दूर दूर तक भेदभाव की बू आती है तो देश के सामने रख दीजिए.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- इस बिल के पास होने के बाद कुछ राजनीतिक दल तरह तरह की अफवाहें फैलाने में लगे हैं. वो लोग भ्रमित कर रहे हैं, भावनाओं को भड़का रहे हैं. मैं उनसे जानना चाहता हूं कि क्या जब हमने दिल्ली की सैकड़ों कॉलोनियों को वैध करने का काम किया तो क्या किसी से पूछा था कि आपका धर्म और आस्था क्या है ? क्या हमने आपसे कोई सबूत मांगे थे, 70 का सबूत लाओ या 80 का सबूत लाओ. केंद्र सरकार के इस फैसले का लाभ सभी धर्मों के लोगों को मिला. हमने ऐसा इसलिए क्योंकि हम देश से लगाव के कारण जीते हैं. हम सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के मंत्र को समर्पित हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- पिछले हफ्ते जो बयान दिए गए, उकसाने वाली बातें फैलायी गईं. झूठे वीडियो सोशल मीडिया के जरिए भ्रम फैलाने का काम किया. अभी हाल में संसद का सत्र समाप्त हुआ उसमें दिल्ली के अनाधिकृत कॉलोनियों को अधिकार देने का काम किया. इसके साथ ही नागरिकता संधोन बिल भी पास किया. लोकसभा और राज्यसभा ने आपके भविष्य के लिए इस बिल को पास करने में मदद की.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- आज दिल्ली की जो राज्य सरकार है वो यहां की सबसे बड़ी समस्या से आंख मूंदकर बैठी है. इन लोगों की मानें तो पूरी दिल्ली में हर जगह पीने का साफ पानी मिलता है. ये लोग जनता को भी झूठा बता रहे हैं. जो कुछ भी बोला गया है उसकी सच्चाई ये है कि दिल्ली में देशभर में सबसे अधिक वॉटर प्यूरी फायर बिकते हैं. जो वॉटर प्यूरीफायर नहीं लगा सकता वो 40-50 रुपये की बोतल खरीदता है. या फिर प्रदूषित पानी से काम चलाता है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- अपने दफ्तर आने जाने में, अपने घर आने जाने में दिल्ली के लोगों को कम परेशानी हो इसके लिए हमने निरंतर प्रयास किया. दिल्ली के अंदर की सड़कों पर ध्यान देने के साथ ही दिल्ली के चारों ओर पेरीपेरल एक्सप्रेस वे का निर्माण किया गया है. ये एक्सप्रेस वे भी वर्षों से लटका था, इसे पूरा करने का काम भी हमारी सरकार ने किया. इसके बन जाने से रोजाना 30-40 हजार ट्रक दिल्ली के भीतर नहीं आते बाहर ही बाहर निकल जाते हैं. इससे ट्रैफिक घटा और प्रदूषण कम करने में भी मदद मिली.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- बीते पांच वर्षों में हमने दिल्ली मेट्रो का अभूतपूर्व विकास किया है, 2014 से पहले दिल्ली मेट्रो में औसतन 14 किलोमीटर का विस्तार हो रहा था. दिल्ली में भी उनकी सरकार थी और केंद्र में भी उनकी सरकार थी. हमारी सरकार आने के बाद राज्य सरकार का रवैया कैसा है वो किसी से छिपा नहीं है. पहले जो विस्तार 14 किलोमीटर औसतन रूट बन रहा था वो बढ़कर 25 किलोमीटर हो गया. दिल्ली मेट्रो के फेज़ फोर को लेकर राज्य सरकार राजनीति पर उतारू ना होती तो इसका काम काफी पहले शुरू हो गया होता. इसलिए मैं कहता हूं कि आपके नाम पर राजनीति करने वाले आपकी तकलीफों को कभी ना समझें ना समझने का उनका इरादा है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- इन लोगों ने बंगलों में रहने वालों को तो पूरी छूट दी लेकिन आपके घरों को नियमित करने के लिए कुछ किया भी नहीं. और जब मैं कर रहा था कि तो रोड़े अटकाने का कोई मौका छोड़ा भी नहीं. लेकिन उन्हें मालूम नहीं था कि ये मोदी है. उसने बंगले तो खाली करवाए ही 40 लाख गरीबों को उनका घर भी दे दिया. उनके वीआईपी उन्हें मुबारक मेरे लिए वीआईपी तो आप ही हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- हमने इस साल मार्च में यह काम अपने हाथ में लिया और नवंबर दिसंबर में प्रक्रियाएं पूरी की. और अभी जो लोकसभा का सत्र हुआ उसमें लोकसभा और राज्यसभा में दिल्ली की कॉलोनियों से जुड़ा बिल पास करवाया जा चुका है. 1200 से ज्यादा कॉलोनियों के नक्शे पोर्टल पर डाले जा चुके हैं. जिन लोगों पर आपने अपने घरों को नियमित कराने का भरोसा किया था तब वो लोग क्या कर रहे थे ये आपके लिए जानना जरूरी है. इन लोगों ने दिल्ली के सबसे आलीशान और महंगे इलाकों में 2000 से ज्यादा बंगले अवेध तरीके अपने करीबियों को दे रखे थे.
प्रधानमंत्री ने कहा- जिन लोगों ने तरह तरह के रोड़े अटकाए, वे देख सकते हैं कि आज अपना घर मिलने की खुशी क्या होती है वो आज रामलीला मैदान में दिखाई दे रही है. आजादी के इतने साल बाद भी दिल्ली के इतने लोगों को अपने घर को लेकर डर, अनिश्चितता और झूठे चुनावी वादों से गुजरना पड़ा. चुनाव आने पर बुल्डोजर का पहिया रुक जाता था लेकिन अनाधिकृत कॉलोनियों की चिंता वहीं रहती थी. आपको इस समस्या से निजात दिलाने की हिम्मत और नीयत इन लोगों (विपक्ष) ने कभी नहीं दिखाई.
प्रधानमंत्री ने कहा- जीवन से जब एक बड़ी चिंता हट जाती है तो उसका प्रभाव क्या होता है, ये मैं आज आप सभी चेहरे पर देख रहा हूं. आपके उत्साह में देख रहा हूं. मुझे संतोष है कि दिल्ली के 40 लाख से ज्यादा लोगों के जीवन में नया सवेरा लाने का एक उत्तम अवसर मुझे और बीजेपी को मिला है.
दिल्ली के रामलीला मैदान में पीएम मोदी का संबोधन शुरू, पीएम मोदी ने नारा लगवाया- 'विविधिता में एकता, भारत की विशेषता'
दिल्ली के अनाधिकृत कॉलोनी के लोगों ने मंच पर जाकर प्रधानमंत्री मोदी को कॉलोनियों का मालिकाना हक देने के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद दिया. इसके साथ ही प्रधानमंत्री को 11 लाख लोगों के दस्तखत किए धन्यवाद पत्रभी सौंपे गए.
रामलीला मैदान में रैली के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंच गए हैं. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने फूल देकर प्रधानमंत्री का स्वागत किया. थोड़ी देर में प्रधानमंत्री मंच से जनता को संबोदित करेंगे. एनआरसी को लेकर देशभर में चल रहे प्रदर्शन के बीच हो रही इस रैली में सभी की नजरें प्रधानमंत्री के संबोधन पर टिकी हैं.
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा- दिल्ली में 45 दिन बाद चुनाव है उससे इनकार नहीं किया जा सकता है. लेकिन हमने प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देने के लिए बुलाया है. सालों से दिल्ली के गरीब जो अनाधिकृत कॉलोनियों में रह रहे थे, उन्हें मालिकाना हक नहीं था. वो अधिकार मोदी जी ने दे दिया. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने इस मामले को लटका कर रखा. लेकिन यह काम मोदी जी ने किया, इसलिए हम उनका धन्यवाद करते हैं.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक अर्द्धसैनिक बलों की 20 कंपनियों को तैनात किया गया है. प्रत्येक कंपनी में 70 से 80 जवान होते हैं. यातायात पुलिस ने बताया कि रामलीला मैदान जाने वाले कई रास्तों पर पाबंदियां रहेगी. जानकारी के मुताबिक डीसीपी स्तर के 20 पुलिस अधिकारी वहां मौजूद रहेंगे. दिल्ली पुलिस के 1000 जवान, ड्रोन रोधी टीम और एनएसजी कमांडो भी सभा स्थल की सुरक्षा करेंगे. इलाके में लोगों की आवाजाही पर पाबंदी रहेगी और दुकानें बंद रहेंगी. रामलीला मैदान पुरानी दिल्ली के दरियागंज से करीब एक किलोमीटर दूर है, जहां संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ शुक्रवार को प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई थी.
प्रधानमंत्री मोदी की रैली के मद्देनजर रामलीला मैदान और उसके आसपास सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं. रामलीला मैदान में आमतौर पर जितनी भी रैलियां होती हैं , खासकर प्रधानमंत्री की उसमें सुरक्षा व्यवस्था तो कड़ी होती ही है. लेकिन नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर रामलीला मैदान के आसपास पिछले दिनों विरोध प्रदर्शन हुए थे इसको देखते हुए इस बार और ज्यादा सुरक्षा कड़ी की गई है.
প্রেক্ষাপট
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आज दिल्ली के रामलीला मैदान मे रैली होनी है। ये रैली दरअसल दिल्ली में चुनावों का बीजेपी का आह्वान होगा । इस रैली को लेकर जबरदस्त तैयारियां की गई हैं, वो सारी तैयारियां आपको दिखाएंगे । लेकिन उससे पहले एक तस्वीर देखिए जिसके बाद समझ में आ जाएगा कि दिल्ली की सियासत में क्या हो रहा है, पीएम मोदी की इस रैली का टारगेट क्या है । दिल्ली की अनाधिकृत कठपुतली कॉलोनी के निवासी मोदी सरकार के फैसले से खुश हैं और उन्होंने अलग ही अंदाज में पीएम मोदी को धन्यवाद दिया.
देश भर में नागरिकता कानून के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री मोदी की इस बड़ी रैली पर सबकी नजरें टिकी हैं. लोग जानना चाहते हैं कि पीएम राजधानी दिल्ली से इस मुद्दे पर क्या संदेश देंगे. गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत में संसद ने दिल्ली की अनधिकृत कॉलोनियों के निवासी को मालिकाना हक देने के लिए एक विधेयक पारित किया था.
दिल्ली में दो दशक से अधिक समय बाद सत्ता में वापसी की बाट जोह रही बीजेपी अनधिकृत कॉलोनियों में आम आदमी पार्टी को आगामी विधानसभा चुनाव में चुनौती देने की तैयारी कर रही है. सभी 1,731 अनधिकृत कॉलोनियों के लोग धन्यवाद रैली में शामिल होंगे.