जन मन धन: नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, अभिषेक सिंघवी और मनीष तिवारी ने बजट पर क्या कहा?
एबीपी न्यूज़ के खास कार्यक्रम 'जन मन धन' में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, पीयूष गोयल, नितिन गडकरी, अनुराग ठाकुर, बीजेपी नेता संबित पात्रा, कांग्रेस नेता मनीष तिवारी, अभिषेक मनु सिंघवी, गौरव वल्लभ समेत कई नेताओं ने बजट पर अपनी राय रखी. योग गुरू बाबा रामदेव ने बजट को अच्छा बताते हुए कहा कि अभी और कड़े फैसले लेने होंगे.
ওয়েব ডেস্ক, এবিপি আনন্দ
Last Updated:
02 Feb 2020 11:05 PM
बाबा रामदेव ने कहा कि अगर सभी जिम्मेदारी लेंगे तो रोजगार लोगों को तेजी से मिलेगा. सभी को जिम्मेदारी लेनी होगी. एलआईसी को लेकर बजट में फैसले पर रामदेव ने कहा कि जिसमें रिस्क नहीं हो वही कदम उठाना चाहिए. कितना नीजिकरण हो इसपर लंबी बहस हो सकती है. यह देश बेचना नहीं है, यह करना देश के साथ गद्दारी है. हिस्सेदारी बेचना, देश बेचना नहीं है. एलआईसी, आईडीबीआई की हिस्सेदारी विदेशी संस्था को नहीं जाना चाहिए.
बाबा रामदेव ने दिल्ली के चुनाव में राजनीतिक बयानबाजी और शाहीन बाग इलाके में हुई गोलीबारी को लेकर कहा कि हिंदू-मुसलमान, पाकिस्तान जपने से देश आगे नहीं बढ़ेगा. सभी भारतीय को जिम्मेदारी लेनी होगी.
बाबा रामदेव ने कहा कि मैं धार्मिक आजादी का पैरोकार हूं. गरीबी, आपसी नफरत, हिंसा से आजादी दिलानी है. सभी प्रकार की गुलामी से आजादी दिलानी है. ये सिर्फ सरकार का काम नहीं है, ये समाज का भी काम है. अपने देश के लोगों को बढ़ने का मौका मिला.
बाबा रामदेव ने कहा कि पिछले दिनों बायकॉट पतंजलि ट्रेंड करने लगा. ऐसा क्यों हुआ? मैंने क्या किया? मैंने सभी धर्म-समाज का भला किया है.
बाबा रामदेव ने कहा कि मैं अर्थशास्त्र और राजनीति जानता हूं. देश के बारे में बात करना और देश चलाना अलग-अलग बात है. मैं विपक्षी दलों से कहना चाहता हूं कि सरकार के पास लिमिटेड सोर्स है. प्राकृतिक संशाधनों पर सरकार का नियंत्रण है. इसका इस्तेमाल कर बाहर जो पैसा जा रहा है उससे बचा सकता हैं. सरकार को एक और काम करना चाहिए कि चाहे व्यक्ति किसी भी विचारधारा का हो उसके बिजनेस का सम्मान करना चाहिए. मेरी ये सरकार से अपील है. आने-वाले समय में और अधिक भरोसा कायम करना होगा. बाहर के देशों में मैंने देखा है कि उद्यमिता को सम्मान मिलता है चाहे किसी भी सोच का हो.
बाबा रामदेव ने कहा कि जो लोग इस देश को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं. उद्योगपतियों को गलत दृष्टि से नहीं देखा जाना चाहिए. उनके साथ अन्याय नहीं किया जाना चाहिए. उनके साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए.
पांच ट्रिलियन डॉलर इकॉनोमी के लक्ष्य पर बाबा रामदेव ने कहा कि मैं निराशावादी नहीं हूं, मैं आशावादी हूं. आशावादी होने के नाते कह सकता हूं कि सरकार की सोच अच्छी है. अगर कोई सोच रहा है कि सिर्फ सरकार के भरोसे पांच ट्रिलियन डॉलर इकॉनोमी बन जाएगा तो यह समझदारी वाली बात नहीं है. सरकार अच्छी नीतियां बना सकती है और जो बिजनेस करता है उसे नहीं सताए. वैसे बजट में कहा गया है कि उद्योगपतियों को सम्मान देंगे. मैं सरकार की आलोचना नहीं कर रहा हूं. मैं इमानदारी से कह रहा हूं कि जितना टैक्स पेयर को सम्मान मिलना चाहिए, उतना अभी तक नहीं मिला है. इस देश में उद्योग को सम्मान मिलना चाहिए, नहीं मिला. जिसके पास बड़ा कारोबार होता है, उसे गालियां देते हैं. इस सोच को खत्म करनी होगी.
बाबा रामदेव ने कहा कि कुछ लोगों के हाथ में देश की अधिकतर संपत्ति है. डीजल, पेट्रोल, कोयला हमारे देश में है. हमें अपने देश की प्राकृतिक संपदाओं का ठीक से इस्तेमाल करना चाहिए. पांच लाख करोड़ रुपये से ज्यादा पूंजी खाड़ी के देशों में जाता है, इसका बचत हो सकता है. चीन से भी हम काफी आयात करते हैं, अगर आत्मनिर्भर होंगे तो यह नहीं होगा. हमें विकासवादी सोच को आगे ले जाना पड़ेगा.
बाबा रामदेव ने इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव को लेकर कहा कि मैं सेविंग के पक्ष में हूं. सेविंग करने से सस्टेनेबल ग्रोथ होती है. मैं उपभोक्तावादी नहीं हूं और न ही मैं इसका पक्षधर नहीं हूं. केवल खर्च और बचत से देश आगे नहीं बढ़ेगा. प्रोडक्टिविटी बढ़ाना जरूरी है. हमारी उपज दोगुनी-तीन गुनी कैसी हो यह सोचना होगा. डेयरी, बागवानी को बढ़ावा देना होगा.
बाबा रामदेव ने कहा कि हमारा देश बाजार नहीं, परिवार है. मैं उपभोक्तावाद का पक्षदर नहीं हूं. जिनता सेविंग होगा उतना बेहतर है. प्रकृति की रक्षा करनी होगी. बजट में इसका भी ख्याल रखा गया है.
नितिन गडकरी के बाद जन मन धन में बारी है योग गुरू बाबा रामदेव की. बाबा रामदेव ने कहा कि बजट में अच्छा प्रयास किया गया है. कृषि, किसान, गांव, गरीब और युवाओं को ध्यान में रखा गया है. आने वाले पांच दस वर्षों में भारत को मजबूती देने वाला कदम उठाया गया है. लेकिन लोगों की आकांक्षाएं और भी है. मोदी जी की नियत अच्छी है. मिला जुला रिएक्शन मिलेगा. अच्छे प्रयास और करने पड़ेंगे. भारत की अर्थव्यवस्था को और अच्छा बनाने के लिए. हमें दूसरों पर निर्भरता कम करनी होगी. सऊदी, मलेशिया, चीन पर निर्भरता कम करनी होगी. अर्थव्यवस्था पर भारत का नियंत्रण जरूरी है. मैं एफडीआई के पक्ष में नहीं हूं. मैं स्वदेशी के पक्ष में हूं.
नितिन गडकरी ने कहा- सरकार मुसलमानों को बेहतर जिंदगी देना चाहती है. शाहीन बाग के लोग कभी भी हमसे मिल सकते हैं. गलत प्रचार की वजह से ऐसी स्थिति पैदा हो रही है. हमारी 100% बातें कोई नहीं मानेगा. हम शाहीन बाग के लोगों से बात करते पॉजिटिव बातें पहुंचाएंगे.
शाहीन बाग में प्रदर्शन पर नितिन गडकरी ने कहा- किसी की नागरिकता लेने के लिए सरकार ने कानून नहीं बनाया है. मैं शाहीन बाग के लोगों से कहना चाहता हूं कि किसी की बातों में ना आएं, मैं अपील करता हूं कि आंदोलन वापस लें. गृहमंत्री के करंट वाले बयान पर गडकरी ने कहा कि ऐसा नहीं समझना चाहिए. कई बार व्यंग में कही गई बात को खबर बना दिया जाता है.
बीजेपी नेताओं के विवादित बयानों पर नितिन गडकरी ने कहा- हम किसी को देश से बाहर नहीं निकालता चाहते. कई बार नेताओं के बयान की एक लाइन निकाल कर टीवी में दिखाया जाता है. ना तो योगी जी कुछ गलत कहना चाहते हैं ना ही अनुराग ठाकुर. गृहमंत्री के बयान करंट वाले बयान पर नितिन गडकरी ने कहा कि कई बार व्यंग में गहराई ढूंढने लगते हैं.
विपक्ष के डर के माहौल के आरोप पर नितिन गडकरी ने कहा- डरने की कोई जरूरत नहीं है, हमारा उद्देश्य सबका साथ, सबता विकास और सबका विश्वास का है. हम जो भी योजनाएं बना रहे हैं वो सभी के लिए हैं. विपक्ष के कुछ नेता राजनीतिक फायदे के लिए ऐसा कर रहे हैं. कुछ पार्टियां जाति धर्म की राजनीति करना चाहती हैं. अल्पसंख्यक वर्ग सरकार पर भरोसा रखें और ऐसी बातों पर विश्वास ना करे. सरकार उनकी रक्षा और सुरक्षा के लिए है.
बजट पर बोले नितिन गडकरी- हम दुनिया की सबसे तेज गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था हैं. इंफ्रास्ट्रक्चर पर एक लाख करोड़ खर्च कर रहे हैं. विपक्ष का काम होता है बजट की आलोचना करना, हम विपक्ष में थे तो हम भी सरकार के बजट की आलोचना करते थे. इस बजट को मैं 10 में से 10 नंबर दूंगा. मैं अपनी सरकार के मंत्री की आलोचना कैसे कर सकता हूं. बजट को राजनीति से उठकर देखना चाहिए.
अभिषेक मनु सिंघवी के बाद जन मन धन कार्यक्रम से अब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी जुड़ गए हैं. गडकरी सड़क परिवहन और राजमार्ग, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री हैं. 2010 से 2013 तक बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे. साल 1989 से 2014 तक MLC रहे, महाराष्ट्र के PWD विभाग में मंत्री रहे. 1999 से 2005 तक महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता रहे. केंद्र के सबसे चर्चित मंत्री, अपने बेबाक बयानों के लिए जाने जाते हैं.
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा- 2003 में एनपीआर था लेकिन एनआरसी की कल्पना भी नहीं हुई थी. एनआरसी, एनपीआर और सीएए तीनों जुड़वा भाई हैं. सीएए संविधान से अनुच्छेद 14 का उल्लंघन करता है. यह कैसे तय होगा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफ्गानिस्तान से आए लोग प्रताड़ित हैं. 31 दिसंबर 2014 से पहले आए लोगों को सिर्फ यह बताना है कि वो इन तीनों से आए हैं और हिंदू हैं और प्रताड़ित हैं, उन्हें नागरिकता मिल जाएगी. भले ही वो शख्स 15 साल से रह रहा हो.
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा- गृहमंत्री ने 15 बार कह दिया कि एनआरसी आएगा, प्रधानमंत्री क्यों नहीं कह देते कि एनआरसी नहीं आएगा. बीजेपी माहौल को गर्म रखना चाहती है. सीएए और एनआरसी जुड़वा भाई हैं. हमें एनपीआर पर कोई आपत्ति नहीं है लेकिन उसमें जो तीन नए क्षेत्र जोड़े गए हैं वो गलत हैं. कैबिनेट में चर्चा नहीं हुई, संसद में एनआरसी नहीं आया ये बात मैं भी मानता हूं लेकिन यह लोग यह बात भी कहते हैं कि प्रस्तावित है हम कभी भी शुरू कर देंगे. गृहमंत्री अगर एनआरसी की बात नहीं कर रहे हैं तो क्या भूत की बात कर रहे हैं?
प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के शाहीन बाग ना जाने के सवाल पर अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा- कौन कह रहा है कि कांग्रेस के नेता शाहीन बाग नहीं गए. बीजेपी और सरकार के हिसाब से तो वहां सब देशद्रोही हैं. लेकिन जो लोग संविधान की प्रस्तावना पढ़ रहे हैं वो देशद्रोही हैं. हम शाहीन बाग के साथ हैं, लेकिन अगर कोई हिंसा की बात होगी तो हम उसके साथ नहीं हैं. जिस युवक ने संविधान के खिलाफ बात रही और हिंसा की बात कही उसे गिरफ्तार करने की बात कही.
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा- देश में भय का माहौल है, माहौल असहिष्णुता का है. 2014 से पहले इतना डर का माहौल था क्या ? एक मंत्री गोली की बात करते हैं और अगले दिन गोली चल जाती है. क्या इस समय कोई आराम से बात कर सकता है? देश में जो इस वक्त माहौल है वो कांग्रेस की देन है क्या ?
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा- एयर इंडिया को 2014 से 2020 तक ठीक नहीं कर पाए. एयर इंडिया को सरकार अब तक क्यों नहीं बेच पायी सरकार. सरकार का पूरा कार्यक्रम एलआईसी के विनिवेश पर टिका है. एलआईसी में देश के आम आदमी का पैसा लगा है. आपके घर में संकट आता है तो सबसे खरीब चीज बेची जाती है लेकिन यह सरकार देश की सबसे अच्छी चीज को बेच रही है.
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा- वित्त मंत्री का बजट भाषण लंबा था लेकिन उसमें गहराई नहीं थी. 2024 तक अर्थव्यवस्था पांच ट्रिलियन तक नहीं पहुंच सकती. छह साल बाद विरासत की बात कहना असफलता दिखाता है. 2013 पर दोष मढ़ना मोदी सरकार की विफलता को दिखाता है.
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा- सरकार बेशर्मी से दोहरा रही है कि 2022 तक किसानों की आय को दो गुना कर देंगे. अगर इसी बजट में कर दें तो मैं कहीं भी तारीफ करने को तैयार हैं. किसानों की आय दोगुनी करने के लिए कृषि में जीडीपी रियल ग्रोथ 15 प्रतिशत या 13 प्रतिशत होनी चाहिए, अभी ग्रोथ रेट सिर्फ तीन प्रतिशत है. इस बजट में सिर्फ तीन j हैं, जुमले, जोक्स और जगलरी.
पीयूष गोयल के बाद जन मन धन में बारी है कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी की. अभिषेक मनु सिंघवी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं. पश्चिम बंगाल से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद हैं. देश के अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल रह चुके हैं. वरिष्ठ वकील हैं और देश के कई जाने माने केस लड़ चुके हैं. एनसीपी-कांग्रेस-शिवसेना की सरकार बनाने के लिए कोर्ट में पक्ष रखा.
सीएए और एनआरसी को लेकर छिड़े विवाद पर पीयूष गोयल ने कहा- प्रधानमंत्री जी ने साफ कर दिया है कि अभी एनआरसी की कोई चर्चा ही नहीं हुई. एनपीआर की बात करें तो यह तो कांग्रेस की सरकार में आया था हम तो इसे आगे बढ़ रहे हैं. एनपीआर से हम किसी का कुछ बिगाड़ तो नहीं है. सीएए के जरिए हम पड़ोस के तीन देशों में छह धर्मों के लोगों के साथ जो धर्मके आधार पर प्रताड़ना हो रही है उनको नागरिकता देने का काम कर रहे हैं. सीएए और एनआरसी पर भ्रम फैलाकर लोगों को डराने और गुमराह करने का काम किया जा रहा है.
पीयूष गोयल ने कहा- एलआईसी में विनिवेश की नीति से किसी को नुकसान नहीं पहुंचेगा. एलआईसी में विनिवेश से पारदर्शिता बढ़ेगी, इससे जवाबदेही तय होगी. एयर इंडिया जब फायदे में था तब उसका भी विनिवेश करना चाहिए था. पिछली सरकार ने एयर इंडिया को नुकसान पहुंचाया.
पीयूष गोयल ने कहा- टैक्स में दो विकल्प देकर हर वर्ग का ध्यान रखा गया है. धीरे धीरे पुराना टैक्स स्लैब अपने अपने खत्म हो जाएगा. शेयर बाजार के आधार पर सरकारी नीतियां नहीं बनती हैं. पिछले 6 महीने में शेयर बाजार में बढ़ोतरी हुई है, बाजार में बजट के दिन गिरावत हेडलाइंस देखर कर आती है. कुछ सेक्टर के एलान के बाद शेयर बाजार नीचे आया लेकिन धीरे धीरे यह सही हो जाएगा. लोगों के जीवन से सरकार के दखल को हटाना हमारा लक्ष्य है.
पीयूष गोयल ने कहा- भारत ने 44 लेबर कानून खत्म कर दिए अभी सिर्फ चार हैं. बांग्लादेश में लेबर कानून ज्यादा कड़े नहीं हैं, सस्ते में काम होता है. बांग्लादेश की कपड़ा इंडस्ट्री को दुनिया भर से छूट मिलती है.
पीयूष गोयल ने कहा- गिरी हुई जीडीपी के लिए पिछली सरकार जिम्मेदार है, पिछली सरकार की ही वजह से रुपया भी कमजोर है. हमें विरासत में दुनिया की पांच सबसे कमजोर अर्थव्यवस्थाओं में से एक अर्थव्यवस्था मिली.
बजट पर पीयूष गोयल ने कहा- लंबे समय की अर्थव्यवस्था को ध्यान में रखते हुए बजट पेश किया गया है, बजट में घरेलू उद्योगों के लिए कदम उठाए गए हैं. दुनिया भर में सुस्ती की असर भारत पर भी पड़ा. चुनौतियां बढ़ती हैं तो हर देश प्रभावित होता है. अमेरिका और यूरोप तो एक फीसदी की दर से बढ़ रहे हैं.
अनुराग ठाकुर के बाद रेल मंत्री पीयूष गोयल अपनी बात रख रहे हैं. पीयूष गोयल केन्द्र में रेल मंत्री और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय में मंत्री हैंबीजेपी के दिग्गज नेता और राज्यसभा में सदन के उपनेता हैं. इनके पिता वेद प्रकाश गोयल अटल सरकार में मंत्री रहे. उर्जा मंत्री रहते हुए देश के 18000 गांवों का बिजली पंहुचाई. मोदी 1 में कई रेल हादसों के बाद देश के रेल मंत्री बनाए गए.
शाहीन बाग में विवादित नारे पर अनुराग ठाकुर ने कहा- हम स्वच्छ भारत, सुंदर भारत तो देखना चाहते ही हैं साथ ही सशक्त भारत भी देखना चाहते हैं. इलेक्शन कमीशन का मैं सम्मान करता हूं, 72 घंटे का प्रतिबंध है कुछ घंटों बाद यह प्रतिबंध खत्म हो जाएगा. इसके बाद कोई भी मंच हो... लोकतंत्र में वोट की ताकत सबसे ज्यादा होती है. जनता को दिखा देना चाहिए कि वो क्या चाहती है. जनता देश को तोड़ने वालों का समर्थन कभी नहीं करेगी. मैं इस पर विस्तार से जवाब दे सकता हूं लेकिन अभी 72 घंटे का प्रतिबंध है.
अनुराग ठाकुर ने कहा- शेयर मार्केट की हालत धीरे धीरे सुधरेगी. भारत का कॉर्पोरेट टैक्स दुनिया में सबसे ज्यादा आकर्षक है. अगर देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाना है तो मेक इन इंडिया को आगे बढ़ाना होगा. डिजिटल इंडिया के जरिए भी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का काम किया जा रहा है.
अनुराग ठाकुर ने कहा- भारत आज दुनिया में दूसरे नंबर का मोबाइल उत्पादन करने वाला देश है. इसके लिए लाखों युवाओं को रोजगार देने का काम किया गया है. रोजगार और स्वरोजगार के अवसर बढ़े हैं, युवा रोजगार देने वाला बने इसके लिए सरकार ने काम किया है. यह निश्चित तौर पर पॉवरफुल और स्ट्रॉन्ग बजट है.
अनुराग ठाकुर ने कहा- 2022 तक किसान की आय दोगुनी करेंगे. पांच साल पहले हम 11वें नंबर की अर्थव्यवस्था थे आज हम पांचवें नंबर की अर्थव्यवस्था हैं और 2025 तक हम दुनिया की तीन सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था में शामिल होंगे. किसान के उत्पादन को देश के कोने कोने तक पहुंचाएंगे.
वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा- सरकार ने टैक्स का सरलीकरण किया है. सरकार ने देश का कर्जा कम किया है. हम अपनी सरकार का खर्चा कम कर रहे हैं, विनिवेश के जरिए पैसा लाने की कोशिश है. विनिवेश से आए पैसे से संपत्ति निर्माण करने का काम किया जाएगा. पांच ट्रिलियन अर्थव्यवस्था का रोडमैप इस बजट में नजर आता है. सरकार ने बजट में किसान का विशेष ध्यान रखा है.
वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा- यह बजट देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने वाला बजट है. देश के युवाओं को आगे बढ़ाने वाला बजट है. बजट में युवाओं के लिए बहुत सारे एलान किए गए हैं. स्टार्टअप के मामले में भारत आज दुनिया में पांचवा देश है. ृ
मनीष तिवारी के बाद अब बजट पर चर्चा के लिए एबीपी न्यूज़ के जन धन मन के मंच पर होंगे केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर. अनुराग ठाकुर वित्त और कॉरपोरेट मामलों के राज्यमंत्री हैं. ठाकुर हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर से 4 बार सांसद चुने गए. हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के बेटे हैं और बीजेपी युवा मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं. ठाकुर अक्सर अपने बयानों के चलते चर्चा में रहते हैं.
मनीष तिवारी ने कहा- शाहीन बाग में जो लोग धरने पर बैठे हैं वो सरकार के खिलाफ धरना दे रहे हैं. इसलिए अगर किसी का उत्तरदायित्व बनता है तो केंद्र की सरकार और राज्य की आम आदमी पार्टी की है. हमारा इसमें कोई उत्तरदायित्व नहीं बनता है. मैंने सीएए के खिलाफ लोकसभा में बहस शुरू की थी, उस वक्त मैंने कहा था कि यह देश के संवैधानिक ढांचे के खिलाफ है.
मनीष तिवारी ने कहा- मैं यह बात कहना चाहता हूं कि राज्यसभा के किसी भी व्यक्ति को भारत का वित्त मंत्री नहीं बनाया जाना चाहिए. मनमोहन सिंह जी की बात और वे वित्त मंत्री बनने से पहले आरबीआई के गवर्नर रहे थे. जब तक आप लोकसभा से चुनकर नहीं आते तब तक आपको धरातल के बारे में सही जानकारी नहीं मिलती.
मनीष तिवारी ने कहा- यूपीए की सरकार मनरेगा लेकर आयी, प्रधानमंत्री जब गुजरात के सीएम थे तब कहते थे कि ये गड्ढा खोदने की योजना है. लेकिन आज जब इस योजना में ही सबसे ज्यादा पैसा देने की जरूरत थी तो उसका बजट कम कर दिया गया. वित्त मंत्री ग्रामीण भारत की हकीकत से वाकिफ नहीं हैं.
मनीष तिवारी ने कहा- सरकार के मंत्री अहंकार में हैं. वित्त मंत्री ने कल बजट के दौरान कहा कि यूपीए के कार्यकाल में 27 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए. अगर हमने कुछ नहीं किया तो फिर ये 27 करोड़ लोग गरीबी से कैसे बाहर निकले? अर्थव्यस्था में सबकुछ ठीक है तो बेरोजगारी और महंगाई क्यों बढ़ रही है ?
मनीष तिवारी ने कहा-देश में बहुत कम लोग हैं जो टैक्स देते हैं, सांप्रदायिता और विकास एक साथ नहीं चल सकते. देश का जो माहौल है उसमें लोग पैसे नहीं खर्च करना चाहते. देश में जब तक साप्रदायिक सौहार्द नहीं बढ़ता तब तक अर्थव्यवस्था नहीं सुधरेगी. आयात और निर्यात लगातार गिरते जा रहे हैं. सब कुछ ठीक है तो पिछले छह महीने से जीडीपी क्यों गिरती जा रही है.
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा- बजट को देखकर ऐसा लग रहा है कि वित्त मंत्री को इस बात का अंदाजा ही नहीं है कि देश की अर्थव्यवस्था की हालत क्या है. ऐसा लग रहा है कि जैसे अर्थव्यवस्था को कोरोना वायरस हुआ है लेकिन दवा सामान्य बुखार की दी गई है. महंगाई दर आसमान पर पहुंच गई है, रोजमर्रा की चीजें महंगी हुई हैं. अर्थव्यवस्था का पटरी पर आना मुश्किल लग रहा है. भारत का टैक्स आधार बहुत कम है, किसानों के हाथ में सीदे पैसे देने चाहिए थे.
जन मन धन कार्यक्रम में अब कांग्रेस नेता मनीष तिवारी बजट पर अपनी बात रखेंगे. मनीष तिवारी कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और आनंदपुर साहिब से कांग्रेस के सांसद हैं. 2012 से 2014 तक केंद्र सरकार में सूचना और प्रसारण मंत्री रहे. एनएसयूआई और यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके है. 2008 में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता बने, 2009 में लुधियाना से सांसद बने. इनके पिता विश्वनाथ तिवारी राज्यसभा के सांसद थे.
शाहीन बाग पर गौरव वल्लभ ने कहा- मुझे शर्म आ रही है कि संबित पात्रा और अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा का बचाव कर रहे हैं. अनुराग ठाकुर जो ऐसे नारे लगवा रहे थे उन्हें बजट के बारे में कुछ पता भी नहीं होगा. वो गोली मारने के नारे ध्रुव सक्सेना और चिन्मयानंद के लिए लगवा रहे होंगे.
शाहीन बाग पर संबित पात्रा ने कहा- कानून मंत्री ने कल ट्वीट किया कि सीएए पर कोई कंफ्यूजन है तो सरकार बात करने को तैयार है. अनुराग ठाकुर ने कहा कि देश के गद्दारों को गोली मारो --- को. इस पर ओवैसी क्यों निकल बाहर आ गए, उन्हें किसने गद्दार कहा. क्या यूपी में जो गोली चल रही है वो अनुराग ठाकुर के कहने पर चल रही है ? हिंदू कभी आतंकवादी नहीं हो सकता. मैं चुनाव आयोग का सम्मान करते हुए कहना चाहता हूं कि मैं आजीवन प्रवेश वर्मा और अनुराग ठाकुर का बचाव करता रहूंगा.
संबित पात्रा ने कहा- 70 साल से अर्थव्यवस्था में परिवारवाद चल रहा था, 2 जी कोल आवंटन में अनियमितता बरती गयी. बजट में टैक्स नियमों को आसान बनाया गया है. बजट में कहा गया है कि कंज्यूमर मार्केट को बढ़ाना पड़ेगा.
गौरव वल्लभ ने कहा- नोटबंदी और जीएसटी की जो दो गोलियों मारी हैं उससे अर्थव्यस्था अभी तक उबर नहीं पायी है. जीएसटी को लेकर रिपोर्ट फाइल की गई है उसमें कहा गया है कि जीएसटी का स्ट्रक्चर खराब है उसे बदलना पड़ेगा. टैक्स के स्लैब पर गौरव वल्लभ ने कहा- नए और पुराने टैक्स में कोई भी व्यक्ति हो उसे नए स्लैब में कोई फायदा नहीं है. अर्थव्यवस्था मंदी में है इसे मामने के बजाए सरकार झूठ बोल रही है.
संबित पात्रा ने कहा- सरकार को खर्च चलाने के लिए पैसा चाहिए, विनिवेश करना अर्थव्यवस्था के लिए ठीक है. एलआईसी के विनिवेश से पैसे आएंगे, विनिवेश से जो पैसा आएगा वो पैसा विकास में लगेगा. जीएसटी से कम कमाई के आरोप पर पात्रा ने कहा कि जीएसटी से एक लाख करोड़ आए.
गौरव वल्लभ ने कहा- संबित पात्रा कहते हैं कि देश के सबसे बड़े किसान रॉबर्ट वाड्रा हैं, मैं भी एक ही सवाल पूछता हूं कि इस देश का सबसे बड़ा क्रिकेटर कौन है ? इसका सही जवाब जय शाह हैं, जो देश के बीसीसीआई पर कंट्रोल कर रहे हैं. वित्त मंत्री समस्याओं की पर चुप हैं. पांच ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था के गलत सपने दिखा रही है सरकार. बजट में यह क्यों नहीं बताते कि सपने पूरे कैसे होंगे. एलआईसी में विनिवेश क्यों करना पड़ रहा है ? यह इसलिए करना पड़ रहा है क्योंकि सरकार के पास पैसा ही नहीं है. मैं अपना घर चलाने के लिए अपने पूर्वजों की संपत्ति बेचने लगूं, इसका मतलब है कि मैं खराब बेटा हूं.
संबित पात्रा ने कहा- हमारे पास नेता के साथ साथ नीयत भी है. भारत को गरीब मानकर मनोबल गिराना गलत है. वित्त मंत्री के लंबे भाषण पर सवाल उठा रहे हैं. लेकिन मैं अपने नेता की मेहनत को सलाम करता हूं. बैंकॉक में छुट्टी मनाने वालों को क्या पता मेहनत क्या होती है. भंडारण और उत्पाद पर सरकार का जोर है. कृषि में 15 लाख करोड़ लगाकर उसे मजबूत बनाना है. 2022 तक किसानों की आय दोगुनी लगाने करने का लक्ष्य हासिल कर लेंगे.
गौरव वल्लभ ने कहा- चार साल में सरकार का लक्ष्य पांच ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने सपना है लेकिन इसके लिए 11 प्रतिशत की अर्थव्यवस्था चाहिए. अभी देश की अर्थव्यवस्था है 4 से 4.5 प्रतिशत है. अगर सपना ही देखना है तो पांच हजार ट्रिलियन का देख लीजिए. बजट दो घंटे 41 मिनट का हुआ लेकिन युवाओं के रोजगार पर कुछ नहीं कहा गया, मुझे वित्त मंत्री पर दया आती है. आंकड़ों की बात करूं तो मैं अभी स्मार्ट सिटी से बुलेट ट्रेन से ही आ रहा हूं.
वहीं गौरव वल्लभ कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं, 2019 में पहली बार झारखंड के जमशेदपुर ईस्ट से चुनाव लड़े लेकिन हार गए. गौरव वल्लभ पीएचडी हैं, मीडिया में कांग्रेस का पक्ष मुखरता से रखते हैं. न पेशे से फाइनेंस के प्रोफेसर हैं, वे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया में भी कार्य कर चुके हैं.
रविशंकर प्रसाद के बाद बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा और कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ बजट पर चर्चा करेंगे. संबित पात्रा की बात करें तो वे बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं, एमबीबीएस हैं और दिल्ली के हिंदू राव हास्पिटल में मेडिकल अफसर रहे हैं. 2010 में दिल्ली बीजेपी, 2014 में बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता बनें. सितंबर 2017 में पात्रा को ओएनजीसी तीन सालों के लिए निदेशक बनाया गया. 2019 लोकसभा चुनाव में उड़ीसा के पुरी से चुनाव हार गए थे.
रविशंकर प्रसाद ने बजट के साथ साथ शाहीन बाग में सीएए और एनआरसी को लेकर हो रहे प्रदर्शन पर भी बात रखी. उन्होंने कहा- मैंने एक चैनल में गया था वहां कई मुस्लिमों के सवालों का जवाब देने थे. वहां किसी ने पूछा कि क्या हम आपसे इस पर चर्चा कर सकते हैं ? इस पर मैंने कहा कि हम सार्थक चर्चा के लिए तैयार हैं लेकिन मेरी बात को 50 घंटे से ज्यादा हो गए लेकिन अभी तक कोई नहीं आया. शाहीन बाग का माहौल ऐसा है कि वहां चर्चा नहीं हो सकती. वहां आजादी के नारों का मैं समर्थक नहीं हूं. आजादी के नारे टुकड़े टुकड़े गैंग लगाता है.
रविशंकर प्रसाद बोले- भारत के टैक्स पेयर्स में दोगुनी वृद्धि हुई है, टैक्स की वसूली में भी भयंकर बढ़ोतरी हुई है. देश पार्दर्शिता की ओर बढ़ चला है. अब कोई भी अधिकारी सीधे नोटिस नहीं भेज सकते, अब नोटिस डिजिटली जेनरेट होता है. यह पारदर्शिता है.
रविशंकर प्रसाद ने कहा- एलआईसी के जितने भी निवेशक हैं वो सुरक्षित रहेंगे. एलआईसी का प्राइवेटाइजेशन नहीं हो रहा है, बस सरकरा कुछ शेयर बेच रही है. हम चाहते हैं कि एलआईसी में थोड़ा प्रोफेशलाइजेशन आए.
रविशंकर प्रसाद ने कहा- एयर इंडिया को किसने डुबोया, इसके लिए इतिहास को देखने की जरूरत है. एयर इंडिया और इंडियन एयरलाइंस को किसने मर्ज किया. इतने ज्यादा जहाज किसने खरीदे ? एयर इंडिया घाटे में थी और इंडियन एयर लाइंस फायदे में थी लेकिन दोनों एक करके कंपनी को डुबोने का काम किसने किया ?
रविशंकर प्रसाद ने कहा- राहुल गांधी पर मैं क्या बोलूं मैं उन पर कुछ नहीं बोलूंगा. यहां मौजूद युवाओं से पूछिए कि वो राहुल गांधी को कितनी गंभीरता से लेते हैं. राहुल गांधी को अर्थव्यवस्था को लेकर सही ब्रीफिंग की जानी चाहिए. अखिलेश यादव और राहुल गांधी क्या बजट की तारीफ करेंगे, उनकी मजबूरी है. राहुल गांधी और अखिलेश यादव के बयान को चर्चा का बेंचमार्क नहीं माना जा सकता.
रविशंकर प्रसाद ने कहा- दुनिया भर की तमाम एजेंसियों ने यह कहा है कि भारत में आर्थिक सुस्ती है लेकिन किसी ने यह नहीं कहा कि भारत में मंदी है. हम अर्थव्यवस्था को ठीक कर लेंगे. अर्थव्यवस्था ठीक होगी तो रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. रोजगार को लेकर रविशंकर प्रसाद ने कहा- मैं कभी नहीं कहता कि सब कुछ ठीक है लेकिन जिस रिपोर्ट की बात हो रही है उसमें मोबाइल मैन्युफ्रैक्चरिंग को जोड़ा क्या ? मुद्रा योजना से मिले रोजगार को जोड़ा गया. हम लगातार देश के लिए काम कर रहे हैं.
बजट पर पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम की बजट पर प्रतिक्रिया पर रविशंकर प्रसाद ने कहा- जो नींद में सोया हो उसे उठा सकते हैं लेकिन जो जागते हुए सो रहा हो उसे लेकर कुछ नहीं किया जा सकता. बजट की लंबाई को लेकर चर्चा हो रही है, यह महत्वपूर्ण नहीं है.
रविशंकर प्रसाद ने कहा- अंतरराष्ट्रीय हालातों का देश पर असर पड़ा है. मोदी जी ने 2014 में एक बात कही थी कि हमारी सरकार गरीबों, वंचितों और किसानों के लिए काम करेगी. इस बजट के केंद्र में गरीब और किसान है. हमने बजट में भारत के वेल्थ क्रिएटर को सम्मान दिया है. लेकिन अगर देश को आगे बढ़ना है तो प्राइवेट सेक्टर को भी सम्मान देना होगा. बजट न्यू टेक्नोलिजी के आधार पर उद्यमशीलता को बढ़ाता है.
रविशंकर प्रसाद मंच पर पहुंचे, बजट की बारीकियों को समझाएंगे.
थोड़ी देर में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद देश के बजट को लेकर अपनी बात जन मन धन कार्यक्रम में अपनी बात रखेंगे. रविशंकर प्रसाद की बात करें तो केंद्र वे मोदी सरकार में कानून, संचार और आईटी मंत्री हैं. 2019 में पहली बार पटना साहिब से लोकसभा के सांसद बने. 2000 में पहली बार राज्यसभा सांसद बने, 4 बार राज्यसभा सांसद रहे. मोदी 2 के अलावा अटल और मोदी 1 सरकार में भी मंत्री रहे. रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में ही तीन तलाक के खिलाफ कानून बना.
প্রেক্ষাপট
नई दिल्ली: वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को देश के सामने बजट पेश किया. बजट को जहां सत्ताधारी बीजेपी किसान, कामगार और मीडिल क्लास के लिए बड़ी राहत कह कर प्रचारित कर रही है तो वहीं विपक्षी पार्टियां इस बजट को खोखला बता रही हैं. इस सब के बीच आम जनता को बजट की बारीकियां समझाने और सरकार और विपक्ष के दावों को जनता की अदालत में पहुंचाने के लिए एबीपी न्यूज़ खास कार्यक्रम 'जन मन धन' लेकर आया है.
'जन मन धन' कौन कौन ले रहा है हिस्सा ?
सुबह 10 बजे- रविशंकर प्रसाद, कानून मंत्री
सुबह 11 बजे- संबित पात्रा Vs गौरव वल्लभ
सुबह 11.30 बजे - मनीष तिवारी Vs पी पी चौधरी
दोपहर 12 बजे- अनुराग ठाकुर, वित्त राज्यमंत्री
दोपहर 1 बजे- पीयूष गोयल, रेल मंत्री
दोपहर 1.30 बजे- अभिषेक मनु सिंघवी
दोपहर 2 बजे- नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री
दोपहर 2.30 बजे- के सुब्रमण्यम, मुख्य आर्थिक सलाहकार
दोपहर 3 बजे- स्वामी रामदेव