LIVE: लोकसभा में बोले मोदी, 'कश्मीर भारत का मुकुट मणि है, भारत का संविधान जम्मू-कश्मीर में लागू'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को लेकर चल रही चर्चा का जवाब दे रहे हैं. लोकसभा में सोमवार को जबकि राज्यसभा में मंगलवार को बहस की शुरुआत हुई थी. पीएम मोदी के भाषण से जुड़ी पल-पल की अपडेट्स के लिए बने रहिए एबीपी न्यूज़ के साथ.

ওয়েব ডেস্ক, এবিপি আনন্দ Last Updated: 06 Feb 2020 05:58 PM
मोदी ने कहा, ‘’कांग्रेस के समय हिंदुस्तान की क्या स्थिति थी, लोगों के अधिकार की स्थिति क्या थी, ये मैं इनसे पूछना चाहता हूं. अगर ये लोग मानते कि संविधान इतना महत्वपूर्ण है तो, हिंदुस्तान के संविधान को जम्मू कश्मीर में लागू करने से इन्हें किसने रोका था. कश्मीर भारत का मुकुटमणि है. कश्मीर की पहचान बम, बंदूक और अलगाववाद की बना दी गई थी. 19 जनवरी 1990 की वो काली रात को कुछ लोगों ने कश्मीर की पहचान को दफना दिया था. कश्मीर की पहचान सूफी परंपरा और सर्व पंथ संभाव की है.’’
मोदी ने कहा, ‘’कैबिनेट ने एक प्रस्ताव पारित किया हो और उस प्रस्ताव को प्रेस कॉन्फ्रेंस में फाड़ देने वाले लोगों को संविधान बचाने की शिक्षा लेना बहुत जरूरी है.’’

मोदी ने कहा, ‘’आपातकाल कौन लाया? न्यायपालिका को किसने रौंदा? संविधान में सबसे अधिक संशोधन कौन लाया है? किसने अनुच्छेद 356 को सबसे अधिक लागू किया? जिन लोगों ने उपरोक्त कार्य किये हैं, उन्हें हमारे संविधान का गहन ज्ञान प्राप्त करने की आवश्यकता है.’’
मोदी ने कहा, ‘’देश की अर्थव्यवस्था को ताकत देने में इंफ्रास्ट्रक्चर का बहुत बड़ा महत्व होता है. जितना ज्यादा बल हम इंफ्राफ्ट्रक्चर को देते हैं, वो अर्थव्यवस्था, रोजगार और नए उद्योगों को गति देता है. इसलिए हम इंफ्रास्ट्रक्चर के कामों में गति लाए हैं.’’
मोदी ने कहा, ‘’अर्थव्यवस्था को गति मिले इसके लिए भी हमने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए है. जनवरी 2019 से जनवरी 2020 के बीच 6 बार जीएसटी राजस्व 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रहा है. एफडीआई, अप्रैल-सितंबर 2018 में 22 बिलियन डॉलर था. आज उसी अवधि में ये 26 बिलियन डॉलर को पार कर गया है. मुद्रा योजना, मेक इन इंडिया जैसी योजनाओं ने देश में स्वरोजगार को बहुत बड़ी ताकत दी है. देश में पहली बार करोड़ों लोग मुद्रा योजना से खुद तो रोजी-रोटी कमाने लगे हैं और दूसरों को भी रोजगार देने लगे हैं.’’
राहुल के ‘देश के युवा मोदी को डंडे मारेंगे’ वाले बयान पर मोदी ने कहा, ‘’मैं डंडे खाने के लिए पीठ मजबूत करूंगा. मैं सूर्य नमस्कार की संख्या बढ़ा दूंगा, जिससे मेरी पीठ मजबूत हो जाएगी.’’
मोदी ने कहा, ‘’किसानों की आय बढ़े, ये हमारी प्राथमिकता है. इनपुट कोस्ट कम हो ये हमारी प्राथमिकता है।. हमारे देश में पहले 7 लाख टन दाल और तिलहन की खरीद हुई. जबकि हमारे कार्यकाल में 100 लाख टन दाल और तिलहन की खरीद हुई.’’
मोदी ने कहा, ‘’हम जानते हैं कि डेढ़ गुना एमएसपी का विषय लंबे समय से अटका था, ये किसानों के प्रति हमारी जिम्मेदारी थी कि हमने उसे पूरा किया. वर्षों से लटकी करीब 99 सिंचाई परियोजनाओं पर 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च करके पूरा किया और अब किसानों को उसका लाभ मिल रहा है. पीएम फसल बीमा योजना से किसानों में एक विश्वास पैदा हुआ है. इस योजना के अंतर्गत किसानों से करीब 13 हजार करोड़ रूपये का प्रीमियम आया. लेकिन प्राकृतिक आपदा के कारण किसानों को जो नुकसान हुआ, उसके लिए किसानों को करीब 56 हजार करोड़ इस बीमा योजना से प्राप्त हुए.’’
मोदी ने कहा, ‘’बोड़ो जनजाति की चर्चा में कहा कि ये कोई पहली बार नहीं हुआ। लेकिन पहले जो कुछ भी हुआ, राजनीति के तराजू से तौलकर किया, जो भी किया आधे-अधूरे मन से किया गया। पहले समझौते तो हुए, फोटो भी छप गई, लेकिन कागज पर किये समझौते से बोड़ो जनजाति के लोगों का भला नहीं हुआ. इस बार के बोडो समझौते में सभी हथियारी ग्रुप साथ आए हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात इसके एग्रीमेंट में लिखा है कि इसके बाद बोडो की कोई मांग बाकी नहीं रही है. आज नई सुबह भी आई है, नया सवेरा भी आया है, नया उजाला भी आया है.’’
पीएम मोदी ने कहा, ‘’नॉर्थ ईस्ट में पिछले 5 वर्ष में जो दिल्ली उन्हें दूर लगती थी, आज वही दिल्ली उनके दरवाजे पर जाकर खड़ी हो गई है. चाहे बिजली की बात हो, रेल की बात हो, हवाई अड्डे की बात हो, मोबाइल कनेक्टिविटी की बात हो, ये सब करने का हमने प्रयास किया है.’’
पीएम मोदी ने कहा, ‘’अगर गति तेज न होती तो 11 करोड़ लोगों के घरों में शौचालय न बनते. 13 करोड़ गरीब लोगों के घर में गैस का चूल्हा नहीं पहुंचता. 2 करोड़ नए घर गरीबों के लिए नहीं बनते. लंबे समय से अटकी दिल्ली की 1,700 कॉलोनियों को नियमित करने का काम पूरा न होता.’’

पीएम मोदी ने कहा, ‘’आज दुनिया की भारत से जो अपेक्षा है, हम अगर चुनौतियों को चुनौती नहीं देते, अगर हम हिम्मत नहीं दिखाते और अगर हम सबको साथ लेकर चलने की गति नहीं दिखाते तो हमें लंबे अरसे तक समस्याओं से जूझना होता. हमने जिस तेज गति से काम किया है, उसका परिणाम है कि देश की जनता ने इसे देखा और देखने के बाद, उसी तेज गति से आगे बढ़ने के लिए हमें फिर से सेवा का मौका दिया. अगर ये तेज गति न होती तो 37 करोड़ लोगों के बैंक अकाउंट इतनी जल्दी नहीं खुलते.’’
पीएम मोदी ने कहा, ‘’कोई इस बात से इंकार नहीं कर सकता कि देश चुनौतियों से लोहा लेने के लिए हर पल कोशिश करता रहा है. कभी कभी चुनौतियों की तरफ न देखने की आदतें भी देश ने देखी है, चुनौतियों को चुनने का सामर्थ्य नहीं, ऐसे लोगों को भी देखा.’’
पीएम मोदी ने कहा, ‘’अगर कांग्रेस के रास्ते हम चलते ,तो 50 साल बाद भी शत्रु संपत्ति कानून का इंतजार देश को करते रहना पड़ता. 35 साल बाद भी नेक्स्ट जनरेशन लड़ाकू विमान का इंतजार देश को करते रहना पड़ता. 28 साल बाद भी बेनामी संपत्ति कानून लागू नहीं हो पाता.’’
पीएम मोदी ने कहा, ‘’हम भी आप लोगों के रास्ते पर चलते, तो शायद 70 साल के बाद भी इस देश से अनुच्छेद 370 नहीं हटता, आपके ही तौर तरीके से चलते, तो मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक की तलवार आज भी डराती. आपकी ही सोच के साथ चलते तो राम जन्मभूमि आज भी विवादों में रहती. आपकी ही सोच अगर होती, तो करतापुर साहिब कोरिडोर कभी नहीं बन पाता. आपके ही के तरीके होते, आपका ही रास्ता होता, तो भारत-बांग्लादेश विवाद कभी नहीं सुलझता.’’

पीएम मोदी ने कहा, ‘’लोगों ने सिर्फ एक सरकार बदली है, केवल ऐसा नहीं है, बल्कि सरोकार भी बदलने की अपेक्षा की है. इस देश की एक नई सोच के साथ काम करने की इच्छा और अपेक्षा के कारण हमें यहां आकर काम करने का अवसर मिला है.’’
पीएम मोदी ने कहा, ‘’एक स्वर ये उठा है कि सरकार को सारे कामों की जल्दी क्यों है? हम सारे काम एक साथ क्यों कर रहे हैं? सर्वेश्वर दयाल सक्सेना जी ने अपनी कविता में लिखा है कि-लीक पर वे चलें, जिनके चरण दुर्बल और हारे हैं, हमें तो जो हमारी यात्रा से बने, ऐसे अनिर्मित पथ ही प्यारे हैं.’’
लोकसभा में अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष कहता है कि इस सरकार को इतनी जल्दी क्या है तो मैं उन्हें बता दूं कि अगर सरकार जल्दबाजी नहीं करती और पुराने सरकारों की तरह ही काम करती रहती तो देश नहीं बदलता. बदलाव नहीं आता.
पीएम मोदी ने कहा, ‘’माननीय राष्ट्रपति जी ने न्यू इंडिया का विजन अपने अभिभाषण में प्रस्तुत किया है. 21वीं सदी के तीसरे दशक का माननीय राष्ट्रपति जी का वक्तव्य हम सभी को दिशा और प्रेरणा देने वाला और देश के लोगों में विश्वास पैदा करने वाला है.’’
पीएम मोदी लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा का जवाब दे रहे हैं. पीएम मोदी ने अपने भाषण से पहले कहा कि गांधी जी किसी के लिए ट्रेलर हो सकते हैं, हमारे लिए जिंदगी है. इससे पहले सदन में महात्मा गांधी जिंदाबाद के नारे लग रहे थे.

প্রেক্ষাপট

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को लेकर चल रही चर्चा का जवाब दे रहे हैं. माना जा रहा है कि पीएम अपने जवाब में विपक्ष के आरोपों पर बोलने के साथ-साथ दिल्ली चुनाव के मद्देनजर शाहीन बाग, राम मंदिर और नागरिकता कानून से जुड़े मसलों पर भी अपनी बात रखेंगे. लोकसभा में सोमवार को जबकि राज्यसभा में मंगलवार को बहस की शुरुआत हुई थी. पीएम मोदी के भाषण से जुड़ी पल-पल की अपडेट्स के लिए बने रहिए एबीपी न्यूज़ के साथ.


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