Jharkhand Election Results VIP Seats: रघुवर दास जमशेदपुर ईस्ट सीट से हारे, सरयू राय ने 15 हजार से ज्यादा वोटों से हराया

Jharkhand Election Results VIP Seats LIVE: बेरहट से हेमंत सोरेन जीत चुके हैं और दुमका सीट से भी हेमंत सोरेन ने जीत हासिल कर ली है.

ওয়েব ডেস্ক, এবিপি আনন্দ Last Updated: 23 Dec 2019 11:14 PM
झारखंड की जमशेदपुर पूर्व सीट से रघुवर दास को बीजेपी के बागी नेता सरयू राय ने 15 हजार से ज्यादा वोटों से हराया.
जमशेदपुर ईस्ट सीट से सीएम रघुवर दास निर्दलीय उम्मीदवार सरयू राय से 7856 वोटों से पीछे चल रहे हैं. इसके अलावा अभी जरा देर पहले रघुवर दास ने कहा कि मैं जनादेश का स्वागत करता हूं. हमारी सरकार ने पूरे पांच साल ईमानदारी से काम करने की कोशिश की. मैं सवा तीन करोड़ जनता का धन्यवाद करता हूं. राज्य में बीजेपी हारती है तो ये मेरी जिम्मेदारी है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि सभी नतीजे आना अभी बाकी हैं.
जमशेदपुर पूर्व सीट पर सीएम रघुबर दास निर्दलीय उम्मीदवार सरयू राय से पांच हजार वोटों से पीछे चल रहे हैं. अगर यह सीट बीजेपी हारती है तो राज्य के गठन से लेकर अब तक पहला मौका होगा जब यह सीट बीजेपी के हाथ से निकल जाएगी.
बीजेपी के रघुवर दास समेत तीन दिग्गज नेता पीछे चल रहे हैं. बीजेपी के राज्य अध्यक्ष लक्ष्मण भी अपनी सीट बचाते हुए नहीं दिख रहे हैं. वहीं हेमंत सोरेन एक बार फिर दुमका सीट से पीछे हो गए हैं. हालांकि बरहेट सीट से सोरेन ने 12 हजार वोट से बढ़त बना रखी है.
दुमका और बरहेट दोनों सीटों पर हेमंत सोरेन अब अपनी बढ़त मजबूत करते हुए नज़र आ रहे हैं. दुमका में पिछड़ने के बाद सोरेन ने मजबूत वापसी की है और वह एक बार फिर अपनी पारंपरिक सीट पर जीतते हुए नज़र आ रहे हैं.
झारखंड चुनाव के रुझानों में बहुत देर बाद कुछ बदलाव आया है. बीजेपी का आंकड़ा बढ़कर 32 पर पहुंच गया है. वहीं कांग्रेस गठबंधन का आंकड़ा एक बार फिर बहुमत से फिसल कर 93 पर आ गया है. वहीं अन्य ने 10 सीटों पर बढ़त बना रखी है.
सिल्ली सीट से आजसू मुखिया सुदेश महतो ने 10 हजार से ज्यादा वोट की बढ़त बना ली है. शुरुआती रुझानों में सुदेश महतो इस सीट से पिछड़ रहे थे. जेएमएम उम्मीदवार सीमा देवी इस सीट पर दूसरे नंबर पर हैं. 2014 में सुदेश महतो को सिल्ली सीट से हार का सामना करना पड़ा था.
सरयू राय ने सीएम रघुवर दास पर जमशेदपुर ईस्ट सीट से तीन हजार से ज्यादा वोट की बढ़त बना ली है. सरयू राय ने रघवुर दास के खिलाफ मोर्चा खोलकर ही निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया था. सरयू राय महागठबंधन की सरकार को समर्थन देंगे या नहीं इस पर उन्होंने अपने पत्ते नहीं खोले हैं.
जमशेदपुर ईस्ट सीट पर बीजेपी को तगड़ा झटका लग सकता है. 2014 में 70 हजार वोट से जीतने वाले सीएम रघुवर दास पीछे हो गए हैं. सुबह से ही बीजेपी के बागी उम्मीदवार सरयू राय उन्हें कड़ी टक्कर दे रहे थे और अब वह बढ़त बनाने में कामयाब हो गए हैं.
दुमका सीट पर हेमंत सोरेन ने बढ़त बना ली है. एक समय ऐसा आया था कि जब लुईस मरांडी ने हेमंत सोरेन पर करीब 8 हजार वोट की बढ़त बना ली थी. दुमका सोरेन परिवार की पारंपरिक सीट रही है.
बीजेपी के बागी उम्मीदवार सरयू राय जमशेदपुर ईस्ट सीट पर वापसी करते दिख रहे हैं. 2014 में 70 हजार से अधिक वोट से जीत दर्ज करने वाले सीएम रघुवर दास महज 150 वोट से आगे चल रहे हैं. इन दोनों के बीच ही सीधी टक्कर है.
वीआईपी सीट से अलग आपको जानकारी दे दें कि महागठबंधन रुझानों में बहुमत का आंकड़ा हासिल कर चुका है. महागठबंधन इस वक्त 42 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, जबकि सत्ताधारी बीजेपी 29 सीटों पर ही आगे है. जेवीएम 4 और आजसू 2 सीटों पर आगे हैं. अगर महागठबंधन बहुमत हासिल करने से चूक जाता है तो जेवीएम किंगमेकर की भूमिका में आ सकती है.
दुमका सीट पर हेमंत सोरेन मजबूत तरीके से वापसी करते हुए दिखाई दे रहे हैं. हेमंत सोरेन महज 10 वोट से लुईस मरांडी से पीछे चल रहे हैं. हेमंत सोरेन ने बरहेट सीट पर पांच हजार से ज्यादा वोट से बढ़त बना रखी है.
बरहेट सीट से हेमंत सोरेन 5 हजार से ज्यादा वोट के अंतर से आगे चल रहे हैं. हालांकि दुमका जो कि सोरेन परिवार की पारंपरिक सीट रही है वहां हेमंत सोरेन मौजूदा विधायक लुईस मरांडी से 5 हजार वोट से पीछे चल रहे हैं.
सिल्ली से आजसू मुखिया सुदेश महतो आगे हो गए हैं. पिछले कुछ वक्त से सुदेश महतो जेएमएम उम्मीदवार सीमा देवी से पिछड़ रहे हैं. 2014 तक सुदेश महतो ने सिल्ली से जीत दर्ज की है. 2014 के विधानसभा चुनाव में सुदेश महतो को हार का सामना करना पड़ा था.
धनवर सीट पर जेवीएम मुखिया बाबूलाल मरांडी ने करीब 6 हजार वोट से बढ़त बना ली है. बाबूलाल मरांडी की बढ़त जेवीएम के लिए राहत की खबर है, क्योंकि वह 2009 के बाद से चुनाव में जीत नहीं दर्ज कर पाए हैं. बाबूलाल मरांडी राज्य के पहले सीएम बने थे. लेकिन बाद में उन्होंने बीजेपी से अलग होकर जेवीएम बनाई.
जमशेदपुर ईस्ट सीट पर सीएम रघुवर दास ने 1449 वोट से बढ़त बना ली है. निर्दलीय उम्मीदवार सरयू राय दूसरे नंबर पर हैं और कड़ूी चुनौती दे रहे हैं. हालांकि कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ मुकाबले से बाहर हो चुके हैं और चौथे नंबर पर चल रहे हैं.
दुमका सीट पर हेमंत सोरेन का पिछड़ना जारी है. हेमंत सोरेन बीजेपी उम्मीदवार लुईस मरांडी से 7,858 वोट से पीछे चल रहे हैं. 2014 में भी लुईस मरांडी ने सोरेने को मात दी थी. दुमका सोरेन परिवार की पारंपरिक सीट रही है. हालांकि बरहेट सीट से हेमंत सोरेन बढ़त बनाए हुए हैं.
आजसू मुखिया सुदेश महतो सिल्ली से पीछे हैं. हालांकि सुदेश महतो और जेएमएम उम्मीदवार सीमा देवी के बीच बढ़त का अंतर कम हो गया है. सिल्ली से सीमा देवी 284 वोट से आगे चल रही हैं. 2014 में सुदेश महतो को हार का सामना करना पड़ा था.



17 सीटें ऐसी हैं जहां पर पहले और दूसरे नंबर के उम्मीदवार के बीच 1 हजार से कम मतों का अंतर है. 6 सीटों पर बीजेपी उम्मीदवार एक हजार से कम मतों से आगे हैं, जबकि 7 सीटों पर महागठबंधन के उम्मीदवार 1 हजार से कम वोट के अंतर से बढ़त बनाए हुए हैं. दो सीटों पर बीएसपी बढ़त बनाए हुए है और इन दोनों सीटों पर भी अंतर 1 हजार से कम है.
देवधर सीट से बीजेपी के नारायणदास आगे चल रहे हैं. पाकुड़ से बीजेपी के वेणी प्रसाद भी बढ़त बनाए हुए हैं. मांडर सीट से जेवीएम के बंधू आगे चल रहे हैं.
हेमंत सोरेन ने बरहेट सीट पर बढ़त बना ली है. हालांकि हेमंत सोरेन दुमका सीट से 6 हजार से ज्यादा वोट से पीछे चल रहे हैं. 2014 में हेमंत सोरेन को दुमका सीट से हार का सामना करना पड़ा था, जबकि बरहेट से वह जीत दर्ज करने में कामयाब हुए थे.
कोडरमा सीट से नीरा यादव एक बार फिर से पीछे हो गई हैं. सुबह से ही कोडरमा सीट पर नीरा यादव कभी आगे हो जाती हैं तो कभी पीछे. नीरा यादव रघुवर सरकार में मंत्री हैं. नीरा यादव के अलावा बीजेपी के पांच बड़े चेहरे ऐसे हैं जो कि पीछे चल रहे हैं. पिछड़ने वाले उम्मीदवारों में बीजेपी के राज्य अध्यक्ष लक्ष्मण भी शामिल हैं.
धनवर सीट से जेवीएम मुखिया बाबूलाल मरांडी 2841 वोट से आगे चल रहे हैं. लेफ्ट उम्मीदवार राज कुमार यादव इस सीट पर दूसरे नंबर पर हैं.2009 के बाद से बाबूलाल मरांडी चुनाव जीतने में कामयाब नहीं हो पाए हैं.

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चक्रधरपुर में बीजेपी को झटका लग सकता है.बीजेपी के राज्य अध्यक्ष लक्ष्मण इस सीट पर पीछे चल रहे हैं. जेएमएम उम्मीदवार ने चक्रधरपुर में बढ़त बना रखी है.
दुमका में हेमंत सोरेन को बड़ा झटका लग सकता है. शुरुआती रुझानों में बढ़त बनाने के बाद हेमंत सोरेन दुमका सीट से 6,329 वोटों से पीछे चल रहे हैं. बीजेपी उम्मीदवार लुईस मरांड़ी ने इस सीट पर बढ़त बनाई हुई है. लुईस मरांडी 2014 में भी इस सीट पर जीत दर्ज करने में कामयाब रही थीं.
सिल्ली सीट पर आजसू के लिए अच्छी खबर नहीं है. शुरुआती रुझानों में बढ़त बनाने के बाद सुदेश महतो पीछे चल रहे हैं. 2014 में भी सुदेश महतो को सिल्ली सीट से हार का सामना करना पड़ा था. इतना ही नहीं 2009 तक इस सीट पर जीत दर्ज करने वाले सुदेश महतो उपचुनाव में भी हार गए थे.
झरिया से कांग्रेस उम्मीदवार पुर्णिमा सिंह आगे चल रही हैं. हजारीबाग से बीजेपी के मनीष जायसवाल बढ़त बनाए हुए हैं. बगोहर से लेफ्ट के लिए अच्छी खबर है. इस सीट पर लेफ्ट उम्मीदवार विनोद ने बढ़त बना रखी है.
जमशेदपुर ईस्ट सीट पर कांग्रेस के लिए बेहद बुरी खबर है. कांग्रेस के प्रवक्ता गौरव वल्लभ इस सीट से चौथे नंबर पर चल रहे हैं. इस सीट पर सीएम रघुवर दास ने बढ़त बना रखी है. निर्दलीय उम्मीदवार सरयू राय कड़ी टक्कर देते हुए दिखाई दे रहे हैं.
ताजा जानकारी के मुताबिक सीएम रघुवर दास जमशेदपुर ईस्ट सीट पर महज 342 वोट से आगे चल रहे हैं. बीजेपी के बागी उम्मीदवार सरयू राय सीएम रघुवर को कड़ी टक्कर देते हुए दिखाई दे रहे हैं. कांग्रेस ने जमशेदपुर ईस्ट सीट पर प्रवक्ता गौरव वल्लभ को उम्मीदवार बनाया है.
महागठबंधन एक बार फिर से बहुमत के आंकड़े के करीब पहुंच गया है. हेमंत सोरेन की अगुवाई वाले गठबंधन ने 40 सीटों पर बढ़त बना ली है, जबकि बीजेपी 30 सीटों पर आगे चल रही है. जेवीएम और आजसू किंगमेकर की भूमिका में आ सकते हैं.
देवधर से बीजेपी के नारायण दास आगे चल रहे हैं. रांची से सीपी सिंह अपनी बढ़त बनाए हुए हैं. लातेहार से बीजेपी के प्रकाश राम आगे चल रहे हैं. झरिया सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार ने बढ़त बना ली है.
आजसू मुखिया सुदेश महतो सिल्ली सीट से पीछे हो गए हैं. शुरुआत में सुदेश महतो ने इस सीट पर बढ़त बना रखी थी. सुदेश महतो को 2014 में भी इस सीट पर हार का सामना करना पड़ा था. सुदेश महतो 2009 तक सिल्ली से जीत दर्ज करते रहे हैं. आजसू ने विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी के साथ अपना गठबंधन तोड़ लिया था.
कोडरमा से बीजेपी की नीरा यादव पीछे चल रही है. नीरा यादव शुरुआती रुझानों में भी पिछड़ गई थी. लेकिन बाद में वापसी करने में कामयाब रही थी. हालांकि अभी भी नीरा यादव काफी कम वोटों से पीछे चल रही हैं. नीरा रघुवर सरकार में मंत्री हैं.
दुमका से बीजेपी विधायक लुईस मरांडी पीछे चल रहे हैं. मरांडी ने 2014 में इस सीट पर हेमंत सोरेन को मात दी थी. दुमका सोरेन परिवार की पारंपरिक सीट रही है. हालांकि लोकसभा चुनाव में सोरेन परिवार को इस सीट पर हार का सामना करना पड़ा है.
रांची सीट से बीजेपी उम्मीदवार सीपी सिंह आगे चल रहे हैं. झारखंड की राजधानी रांची बीजेपी का गढ़ रही है. बीजेपी को अलग राज्य बनने के बाद इस सीट पर कभी भी हार का सामना नहीं करना पड़ा है.
वीआईपी सीटों से अलग आपको जानकारी दें दें कि सभी 81 सीटों पर रुझान सामने आ चुके हैं. शुरुआती रुझानों में पिछड़ने के बाद बीजेपी 34 सीटों पर बढ़त बनाने में कामयाब हो गई है, जबकि महागठबंधन 37 सीटों पर आगे चल रहा है.
सिल्ली से आजसू मुखिया सुदेश महतो ने लगातार बढ़त बना रखी है. गौर करने वाली बात है कि सुदेश महतो को इस सीट पर 2014 में हार का सामना करना पड़ा था. इतना ही नहीं उपचुनाव में भी सुदेश महतो इस सीट पर जीत दर्ज नहीं कर पाए. 2009 तक सुदेश महतो सिल्ली से चुनाव जीतते रहे हैं.
हटिया सीट से बीजेपी के नवीन जायसवाल आगे चल रहे हैं. बदोहर सीट पर लेफ्ट के उम्मीदवार ने बढ़त बना ली है. 2014 में लेफ्ट सिर्फ एक सीट पर ही जीत दर्ज करने में कामयाब हुई थी.
मनिका से कांग्रेस के रामचंद्र आगे चल रहे हैं. खूंटी से बीजेपी के नीलकंठ मुंडा ने बढ़त बना रखी है. धनबाद से बीजेपी के राज सिन्हा आगे चल रहे हैं. झरिया से कांग्रेस की पुर्णिमा सिंह आगे चल रही हैं.
शुरुआती रुझानों की बात करें तो बहुमत का आंकड़ा फंसता हुआ दिखाई दे रहा है. महागठबंधन 37 सीटों पर आगे है, जबकि बीजेपी ने 31 सीटों पर बढ़त बना रखी है. राज्य में सरकार बनाने के लिए 41 सीटों की जीत दर्ज करने की जरूरत है.
पांकी सेट से बीजेपी के शशिभूषण आगे चल रहे हैं. वहीं हेमंत सोरेन ने दुमका और बरहेट दोनों सीटों पर बढ़त बना ली है. पहले हेमंत सोरेन बरहेट से पीछे चल रहे है. बरहेट ही वो सीट है जहां से 2014 में हेमंत सोरेन जीत दर्ज करने में कामयाब हुए थे.
सीएम रघुवर दास जमशेदपुर ईस्ट सीट से आगे चल रहे हैं. 2014 में रघुवर दास ने इस सीट पर 70 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज की थी. रघवुर दास को बीजेपी के बागी उम्मीदवार सरयू राय और कांग्रेस के गौरव वल्लभ चुनौती दे रहे हैं.
शुरुआती रुझानों में हेमंत सोरेन की अगुवाई वाला महागठबंधन भले ही बहुमत हासिल करता दिख रहा हो, लेकिन सोरेन बरहेट सीट से पीछे चल रहे हैं. 2014 में हेमंत सोरेन ने इस सीट से जीत हासिल की थी. हेमंत सोरने ने दुमका सीट से बढ़त बना रखी है.
बीजेपी के लिए कोडरमा सीट पर राहत की खबर आई है. रघुवर सरकार में मंत्री नीरा सिंह अब आगे हो गई हैं. पहले नीरा सिंह के कोडरमा सीट से पिछड़ने की जानकारी सामने आई थी.
कोडरमा विधानसभा सीट पर बीजेपी के लिए बुरी खबर है. रघुवर सरकार में मंत्री नीरा सिंह कोडरमा सीट से पीछे चल रही हैं. नीरा सिंह का पिछड़ना बीजेपी के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है.
बीजेपी के लिए अपने गढ़ रांची से राहत की खबर है. बीजेपी के दिग्गज नेता सीपी सिंह रांची सिंह से आगे चल रहे हैं. बीजेपी पिछले पांच चुनाव से इस सीट पर चुनाव जीतती रही है.
अकेले चुनावी मैदान में उतरे जेवीएम के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के लिए भी अच्छी खबर है.मरांडी धनवार सीट से आगे चल रहे हैं. 2009 के बाद से बाबूलाल मरांडी विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज नहीं कर पाए हैं. मरांडी ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले महागठबंधन से अलग होने का फैसला किया था.
सिल्ली सीट से आजसू के लिए राहत की खबर है. इस सीट से आजसू मुखिया सुदेश महतो आगे चल रहे हैं. 2014 में सुदेश महतो को इस सीट से हार का सामना करना पड़ा था. हालांकि 2014 से पहले तक सुदेश महतो इस सीट से चुनाव जीतते रहे हैं.
शुरुआती रुझानों में विपक्ष के सीएम उम्मीदवार हेमंत सोरेन की राहत की खबर है. हेमंत सोरेन दुमका सीट से आगे चल रहे हैं. 2014 में हेमंत सोरेन को इस सीट पर लुइस मरांडी ने मात दी थी. दुमका के अलावा हेमंत सोरेन बरहेट सीट से भी किस्मत आजमा रहे हैं.

প্রেক্ষাপট

Jharkhand Assembly Election Results 2019: झारखंड में विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने में अब थोड़ा ही वक्त बाकी है. चुनावी नतीजे आने के साथ ही चुनाव लड़ रही पार्टियों और नेतओं का भविष्य भी साफ हो जाएगा. हालांकि सीएम रघुवर दास, महागठबंधन के सीएम उम्मीदवार हेमंत सोरेन, पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी और सुदेश महतो ऐसे दिग्गज नेता हैं जिनकी किस्मत दांव पर लगी हुई है.

झारखंड के सीएम रघुवर दास जमशेदपुर ईस्ट सीट से मैदान में है. 2014 में रघुवर दास ने इस सीट पर 70 हजार से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की थी. लेकिन इस बार रघुवर दास को अपनी ही पार्टी के बागी नेता और पूर्व मंत्री सरयू राय और कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है.

इनके सब के अलावा सिसई सीट से विधानसभा स्पीकर डॉक्टर दिनेश चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि कोडरमा सीट से रघुवर सरकार के एक और मंत्री नीरा यादव की किस्मत दांव पर लगी है. निरसा विधानसभा सीट पर 2014 चुनाव जीतने वाले लेफ्ट के इकलौते विधायक अरुप मैदान में हैं.

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